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कानपुर में 2022 के चुनाव की दिखी आहट, विपक्ष पर जमकर गरजे जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी

कानपुर।  उत्तर प्रदेश में अगले साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की आहट को महसूस करते हुये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कानपुर में पार्टी के बूथ प्रबंधन पर जोर देते हुये कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर केन्द्र और राज्य सरकार के कामों को जन जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने बूथ अध्यक्षों से हर घर और घर के हर सदस्य तक पहुंचने की अपील की।

नड्डा ने उत्तर प्रदेश में अपने प्रवास के दूसरे और अंतिम दिन कानपुर में किदवई नगर स्थित बाबा नामदेव गुरुद्वारा में मत्था टेक कर सिख समुदाय को साधने की कोशिश की। गुरुद्वारा में नड्डा और योगी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार द्वारा करतारपुर कॉरीडोर खोलने सहित सिख समुदाय के हित में किये गये कामों को गिनाया। इसके बाद नड्डा और योगी कानपुर में साकेत स्थित भाजपा के नवनिर्मित कार्यालय सहित राज्य के आठ अन्य शहरों में नवनिर्मित कार्यालयों का डिजिटल उद्घाटन किया। इस अवसर पर नड्डा ने कांग्रेस और अन्य विरोधी दलों पर परिवारवाद की राजनीति करने का आरोप लगाते हुये कहा है कि भाजपा ऐसी पार्टी नहीं है जहां किसी कार्यकर्ता को संगठन में आगे बढ़ने के लिये किसी खास परिवार में जन्म लेना पड़े। उन्होंने कहा, “भाजपा एक ऐसी पार्टी है, जहां सामने बैठा हुआ कर्यकर्ता कल को मंच पर प्रदेश का नेतृत्व कर सकता है। ये कांग्रेस पार्टी नहीं हैं, जहां पर आपको आगे बढ़ने के लिए एक परिवार में पैदा होना पड़ता है

इसके बाद नड्डा और योगी ने कानपुर एवं बुंदेलखंड क्षेत्र के 22143 बूथ अध्यक्षों के साथ निराला नगर मैदान में आयोजित बैठक में संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बूथ पर भाजपा की मजबूती पूरे प्रदेश में पार्टी को मजबूत बनाती है। इसलिये बूथ ही भाजपा की असली ताकत है। उन्होंने कहा, “भाजपा को छोड़कर किसी भी पार्टी की कोई विचारधारा नहीं है। हमारी विचारधारा राष्ट्रवादी है अन्य पार्टियों की विचारधारा वंशवाद है। हमारी विचारधारा राष्ट्रवादी है, उनकी विचारधारा खुद का विकास है।” नड्डा ने विरोधी दलों के परिवारवाद पर हमला बोलते हुये कहा कि भाजपा राष्ट्रवाद में विश्वास करती है जबकि बाकी दलों का विश्वास भाई-भतीजा चाचा-भांजा पर टिका है। उन्होंने कहा कि भाजपा में बूथ पर काम करने वाले कार्यकर्ता ही आगे चलकर मंच पर बैठते हैं। जबकि दूसरे दलों के पास मैं और मेरा बेटा के बाद बात खत्म हो जाती है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुये नड्डा ने कहा, “पहले तो चाचा का भी ख्याल होता था लेकिन अब वह भी छोड़ दिया गया।”

इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने अपने संबोधन में विपक्ष पर, खासकर सपा और ओवैसी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने राज्य में विधानसभा चुनाव को देखते हुये सामाजिक सौहार्द के माहौल को खराब करने की किसी भी कोशिश से सख्ती से निपटने की चेतावनी देते हुये आगाह किया है कि उनकी सरकार, माहौल खराब करने वालों से बखूबी निपटना जानती है। योगी ने सख्त बयानबाजी के लिये चर्चित एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदउद्दीन ओवैसी का जिक्र करते हुये कहा, “चचा जान और अब्बा जान के अनुयायी सावधान होकर सुन लें, अगर प्रदेश में भावनाओं को भड़काकर माहौल खराब करोगे तो उत्तर प्रदेश सरकार सख्ती के साथ निपटना जानती है।” उन्होंने कहा कि कुछ लोग ओवैसी और सपा के एजेंट बनकर भावनाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं।

योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब दंगा नहीं, दंगामुक्त प्रदेश की पहचान के तौर पर उभरा है। योगी ने कहा, “प्रदेश में 2017 के पहले हर तीसरे-चौथे दिन दंगे होते थे, आज यहां से चेतावनी देता हूं कि जो यहां पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के नाम पर फिर से भावनाओं को भड़काने का काम कर रहा है, वे प्रदेश का माहौल खराब करने की कोशिश करने की कोई भूल न करें।”

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