चकेरी थानाक्षेत्र में पत्नी की शिकायत पर हुई कार्यवाही
कानपुर। हत्या की आशंका जताने पर चकेरी पुलिस ने शुक्रवार को जलती चिता को सबमर्सिबल पंप से पानी डालकर बुझा दिया और शव को उठा लिया। शव को पीएम के लिए भेजा गया है। इस दौरान रिश्तेदारों ने कड़ा विरोध जताया लेकिन कानूनी कार्यवाही की बात कहकर पुलिस ने किसी की नहीं सुनी। दरअसल, चकेरी थानाक्षेत्र में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इस दौरान उसकी पत्नी और बच्चे मायके में थे। पति के न रहने की खबर मिलते ही पत्नी मायके आई। पत्नी ने पुलिस को बताया कि मेरे पति का मर्डर किया गया है। उसे जलाया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस आनन-फानन में सिद्धनाथ घाट पहुंची। जहां पानी डालकर जलती चिता को बुझाया। इसके बाद डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। चकेरी थाना क्षेत्र के सनिगवां में रहने वाले सोहन लाल द्विवेदी (32) बिजली मैकेनिक थे। उनके परिवार में पत्नी नीलम और तीन बेटियां हैं।
इसी घर में सोहन का छोटा भाई ज्ञानी उर्फ मोहन भी अपने परिवार के साथ रहता है। पत्नी नीलम ने बताया कि कुछ दिन पहले वह मायके गई थी। 9 अप्रैल को खबर मिली कि मेरे पति की मौत हो गई है। खबर सुनते ही मेरे होश उड़ गए। ये क्या हो गया। मेरे देवर ने फोन करके मुझे बताया था। पत्नी बोली- मेरे पति हत्या की गई है। क्योंकि उनके सिर पर गंभीर चोट के निशान हैं। लाश उठाने के बाद उनके सिर से खून रिस रहा था। मैं सबसे बोल रही थी कि सिर से खून कैसे गिर रहा है, क्या हुआ है। इनकी तबीयत भी नहीं खराब थी। क्या हुआ है, किसने मारा है। मेरी किसी ने नहीं सुनी। मैं चिल्लाती रह गई। लेकिन किसी ने मेरी न सुनी। दूसरी तरफ परिवार के लोग आनन-फानन में शव को जाजमऊ के सिद्धनाथ घाट लेकर पहुंच गए। जहां शव का अंतिम संस्कार शुरू कर दिया। पत्नी ने जहां पुलिस को पूरी सूचना दी। लेकिन जब तक पुलिस सिद्धनाथ घाट पर पहुंचती, तब तक देवर ने चिता को आग लगा दी थी। थोड़ी देर में पहुंची पुलिस ने फिर जलती चिता पर पानी डलवाया। चचेरे भाई रामचंद्र ने बताया- हत्या होती तो दो दिन क्यों मिट्टी को घर पर रोककर रखते। हत्या अगर होती तो इतने दिन में तो सारी व्यवस्था हो गई होती। ये सब बेफजूल की बातें हो रही हैं। ऐसा कुछ नहीं है। वहीं पूरे मामले में एसीपी चकेरी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है, पीएम के बाद स्थिति स्पष्ट होगी।