नई दिल्ली । फैटी लिवर डिजीज आज एक प्रमुख समस्या बन चुकी है, जिसे अब हर चार में से एक व्यक्ति को होने वाली बीमारी माना जाता है। फैटी लिवर डिजीज का मतलब है लिवर में अत्यधिक फैट का जमा हो जाना, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
इस बीमारी के मुख्य कारणों में से एक हमारी बदलती जीवनशैली है। खानपान में गड़बड़ी और खराब आदतें इस बीमारी को बढ़ावा देती हैं। लिवर हमारे शरीर का एक अहम अंग है, जो टॉक्सिन्स को बाहर निकालने, पाचन में मदद करने और कई तरह के हार्मोन और एंजाइम्स को रिलीज करने का काम करता है। इसे शरीर की फैक्ट्री भी कहा जाता है, क्योंकि यह 500 से भी अधिक कार्यों में मदद करता है। जानकारों के अनुसार, लिवर की सेहत खराब करने में हमारी रोजमर्रा की आदतें जिम्मेदार हैं। विशेष रूप से शराब, प्रोसेस्ड फूड, अत्यधिक मीठे और तले-भुने स्नैक्स लिवर के लिए नुकसानदायक होते हैं। इन खाद्य पदार्थों से शरीर में सूजन (इंफ्लामेशन) बढ़ती है, जिससे लिवर की क्षमता धीरे-धीरे कमजोर हो जाती है। श्रुति भारद्वाज ने बताया कि अत्यधिक शराब, चीनी और फैट वाली चीजें लिवर को खराब कर देती हैं। इससे लिवर में सूजन और घाव पैदा हो जाता है, जो बाद में सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी का रूप ले सकता है। शराब पीने से लिवर में फैट जमा होने लगता है, जो सूजन का कारण बनता है। यह सूजन बाद में घाव में बदल जाती है और सिरोसिस की बीमारी का रूप लेती है। वहीं, चीनी भी लिवर के लिए बड़ी दुश्मन साबित हो सकती है। चीनी में मौजूद फ्रुक्टोज लिवर में बीटा फैटी एसिड के ऑक्सीडेशन को रोकता है, जिसके परिणामस्वरूप लिवर में अत्यधिक फैट बनता है। यही कारण है कि जिन लोगों को शराब का सेवन नहीं करने के बावजूद लिवर संबंधित समस्याएं होती हैं, उनका लिवर भी डैमेज हो सकता है।
इसलिए, विशेषज्ञों का कहना है कि शराब और चीनी का सेवन सीमित किया जाना चाहिए। इसके अलावा तली-भुनी चीजें, रेड मीट, मैदा से बनी चीजें, स्नैक्स, चॉकलेट, कैंडी, पेस्ट्री आदि का सेवन भी लिवर की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। डॉक्टरों की सलाह है कि इन आदतों को बदलकर लिवर की सेहत को बेहतर बनाया जा सकता है। बता दें कि आजकल अधिकांश लोग किसी न किसी तरह से हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं और 25-30 की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते बीमारियों का सामना करना आम हो गया है।