Breaking News
Home / उत्तर प्रदेश / स्वरोजगार को बढ़ावा – कारीगरों को निःशुल्क मोटराइज़्ड दोना-पत्तल मशीन पाने का मौका, ऐसे करें आवेदन

स्वरोजगार को बढ़ावा – कारीगरों को निःशुल्क मोटराइज़्ड दोना-पत्तल मशीन पाने का मौका, ऐसे करें आवेदन

कानपुर देहात  (हि.स.)। आत्मनिर्भर भारत के तहत स्वरोजगार में रूचि रखने वाले कामगारों को उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड लखनऊ, द्वारा संचालित टूलकिट वितरण योजनान्तर्गत जिला ग्रामोद्योग कार्यालय, कानपुर देहात द्वारा वित्तीय जनपद में 10 मोटाराइज़्ड दोना पत्तल मेकिंग मशीन का निःशुल्क वितरण किया जाएगा। जिसके लिए इस फील्ड में जानकार लोग कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं।

स्वरोजगार को बढ़ावा देनेके लिये उत्तर प्रदेश सरकार लगातार कार्य कर रही है। लोगों को आत्मनिर्भर बनाकर उनके व उनके परिवार के भरण पोषण के लिए कई ऐसी योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है जिससे स्वरोजगार पाने वाला व्यक्ति अपने साथ किसी और जरूरतमंद का भी पेट भर सके।

इसी कड़ी में कानपुर देहात के जिलाधिकारी आलोक सिंह के निर्देशन में जिला ग्रामोद्योग अधिकारी ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के तहत स्वरोजगार में रूचि रखने वाले कामगारों को उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, लखनऊ द्वारा संचालित टूलकिट वितरण योजनान्तर्गत जिला ग्रामोद्योग कार्यालय, कानपुर देहात द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में जनपद में 10 मोटाराइज़्ड दोना पत्तल मेकिंग मशीन का निःशुल्क वितरण दोना पत्तल बनाने वाले कारीगर एवं इस उद्योग में रूचि रखने वाले अन्य व्यक्तियों को किया जाना है।

लाभार्थियों का चयन, निर्धारित चयन समिति के माध्यम से किया जाना है। इच्छुक लाभार्थी ऑन-लाइन पोर्टल/वेबसाइट www.upkvib.gov.in पर जाकर ‘ऑन-लाइन टूलकिट्स पंजीकरण एवं आवंटन सेलेक्ट कर अपना आवेदन पंजीकरण करते हुए पंजीकृत आवेदन की प्रति किसी भी कार्यदिवस में दिनांक 14 सितम्बर तक कार्यालय- जिला ग्रामोद्योग अधिकारी, चिटिकपुर, रनियाँ, कानपुर देहात में जमा करा सकते है।

18 वर्ष से 50 वर्ष के लोग कर सकते हैं आवेदन

इस योजना का लाभ पाने के लिए पात्रता बनाई गई है जिसमे आवेदक की आयु 18 वर्ष से 50 वर्ष तक होनी चाहिए। आवेदक सम्बन्धित उद्योग में परम्परागत कारीगर हो, आवेदक का आधार कार्ड, मोबाइल नम्बर, जाति प्रमाण-पत्र, शैक्षिक योग्यता प्रमाण-पत्र, बैंक पासबुक की प्रति, प्रशिक्षण प्राप्त आवेदकों को वरीयता दी जाएगी।

Check Also

कालिंदी के साथ हरकत की तफ्तीश : 20 दिन गुजरे, मोबाइल नंबरों पर अटकी जांच

जिस वक्त सिलेंडर ट्रैक पर रखा गया, उस एरिया में एक्टिव थे 48 हजार मोबाइल ...