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सीतापुर : परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में आईयूसीडी पहले नंबर पर

– त्रैमासिक गर्भ निरोधक अंतरा इंजेक्शन महिलाओं की दूसरी पसंद बना
सीतापुर। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसी क्रम में हर माह की 21 तारीख को स्वास्थ्य विभाग द्वारा खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर दंपति को परिवार नियोजन के साधनों स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए जागरूक किया जाता है। जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। जनपद में अप्रैल में आयोजित हुए खुशहाल परिवार दिवस पर आईयूसीडी (इंट्रा यूटेराइन कांट्रासेप्टिव डिवाइस) महिलाओं की पहली और त्रैमासिक गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा दूसरी पसंद बना है। यह साबित कर रहा है कि जिले की महिलाएं परिवार नियोजन के प्रति काफी जागरूक हैं।

सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि हर माह की 21 तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों में से उनके मन माफिक किसी एक को चुनने का विकल्प दिया जाता है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के प्रबंधक जावेद खान ने बताया कि अप्रैल माह के खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर 116 महिलाओं ने आईयूसीडी लगवाया है। उन्होंने बताया कि दो बच्चों के बीच अंतर रखने के लिए आईयूसीडी (इंट्रायूटेराइन कॉन्ट्रासेप्टिव डिवाइस) महिलाओं के लिए काफी सुरक्षित मानी जाती है। इसे माहवारी के बाद अथवा इसे प्रसव के छह सप्ताह बाद लगाया जाता है। वहीं जरूरत होने पर इसको आसानी से निकलवाया जा सकता है। अनचाहे गर्भ से लंबे समय तक मुक्ति चाहने वाली महिलाएं इसे बेहद पसंद करती हैं।

परिवार नियोजन कार्यक्रम के जिला प्रबंधक जावेद खान ने बताया कि अप्रैल माह के खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर 116 महिलाओं ने 108 महिलाओं ने गर्भनिरोधक त्रैमासिक इंजेक्शन अंतरा लगवाया है। परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों में अंतरा इंजेक्शन भी महिलाओं द्वारा बेहद पसंद किया जाता है। यह इंजेक्शन प्रति तीन माह के अंतर पर लगाया जाता है। इसे माहवारी आने के एक सप्ताह के अंदर और प्रसव होने के 6 सप्ताह बाद ही लगाया जाता है। गर्भवती को यह इंजेक्शन नहीं लगाया जाता है।

दो बच्चों के बीच अंतर रखने के लिए पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रा यूटेराइन कंट्रासेप्टिव डिवाइस) महिलाओं के लिए काफी सुरक्षित मानी जाती है। इसे प्रसव के 48 घंटे के अंदर लगाया जाता है। वहीं जरूरत होने पर इसको आसानी से निकलवाया जा सका है। अनचाहे गर्भ से लंबे समय तक मुक्ति चाहने वाली महिलाएं इसे बेहद पसंद करती हैं। अप्रैले माह के खुशहाल परिवार दिवस पर 46 महिलाओं ने इसे लगवाया है। इसके अलावा 6 महिलाओं ने स्वेच्छा से अपना नसबंदी ऑपरेशन भी कराया है।

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