पुलिस अधीक्षक ने अपराध समीक्षा गोष्ठी कर मातहतों को दिए दिशा निर्देश
सीतापुर। पुलिस उप महानिरीक्षक/पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह द्वारा 19/20 को जनपद के समस्त राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना/शाखा प्रभारियों की गोष्ठी आहूत की गयी। इस दौरान एसपी द्वारा प्राथमिकताओं को स्पष्ट करते हुए दिशा निर्देश दिये गये।
उन्होंने आगामी विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 की तैयारियों के सम्बन्ध में विस्तृत समीक्षा। उन्होंने आदर्श चुनाव आचार संहिता के कड़ाई से अनुपालन के बारे में दिशा निर्देश दिए। पेशेवर/सक्रिय अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने, गैंग पंजीकरण, गैंगेस्टर एक्ट के वांछित एवं पुरस्कार घोषित अपराधियों की गिरफ्तारी तथा आंशिक विवेचनाधीन अभियोगों के निस्तारण की समीक्षा की। शस्त्र निरस्तीकरण/जमानत निरस्तीकरण की समीक्षा की। साइबर अपराध की समीक्षा की। महिला सम्बन्धी अपराधों में की गयी निरोधात्मककार्यवाही की समीक्षा की। अपह्रता/गुमशुदाओं की बरामदगी की समीक्षा की। थानों पर लंबित विवेचनाओं/एनसीआर/जांच की विस्तृत समीक्षा कर त्वरित गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने के निर्देश दिए।
जनपद सीतापुर से लगे विभिन्न जनपदों पर सीमावर्ती जनपद की पुलिस से समन्वय स्थापित करते हुए सघन चेकिंग की जाये जिससे अपराधियो के आवागमन एवम् अपराध पर नियंत्रण हो सके। थानों पर लंबित विवेचनाओं/एनसीआर/जांच की विस्तृत समीक्षा कर त्वरित गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाए। गोवध, अवैध शराब, लूट एवम् हत्या आदि गंभीर अपराधों में लिप्त अपराधियों का नियमित सत्यापन किया जाए तथा उनके विरूद्ध नियमानुसार निरोधात्मक कार्यवाही की जाए। अन्य माध्यमों से प्राप्त होने वाले प्रार्थना पत्रों का समयबद्ध एवम् गुणवत्तापरक निस्तारण कराया जायें। 14(1) गैंगेस्टर एक्ट के अन्तर्गत अपराधियों द्वारा अपराध से अर्जित सम्पत्ति का चिन्हीकरण को बढ़ाने हेतु निर्देश दिये गये। अपराधियों द्वारा अपराध से अर्जित सम्पत्ति का शीघ्र पता लगाकर उसे कुर्क करने हेतु प्रस्ताव भेजने के लिये भी निर्देश दिये गये। शासन द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत समय समय पर प्रदत्त आदेश-निर्देशो का अनुपालन कराया जाना सुनिश्चित करे। एंटी रोमियों टीमों के द्वारा बाजारों/चौराहो/कस्बो आदि पर निरंतर चेकिंग की जाये।
जिलाबदर अपराधियों, माफिया गैंगो व पूर्व से चिन्हित गैंगो की सक्रियता व उनके संदर्भ में कृत कार्यवाही की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। विभिन्न अभियोगो में वांछित चल रहे अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित कर ली जाये। संवेदनशील स्थलों पर पी.आर.वी. आदि अन्य पुलिस बल के माध्यम से गश्त बढ़ायी जाये। महिला संबंधी अपराधों की समीक्षा करते हुए जिन प्रकरणो में आरोप पत्र प्रेषित किया जा चुका है उनमें अभियुक्त के विरूद्ध निरोधात्मक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। आई.जी.आर.एस पोर्टल से प्राप्त शिकायतीं प्रार्थना पत्रों का समयबद्ध एवम् गुणवत्तापरक निस्तारण कराया जायें। आई.जी.आर.एस प्रार्थना पत्रों की जाँच आख्या के सम्बन्ध में फीडबैक ले।