सीतापुर। जिले के आंगनबाड़ी केंन्द्रों की हालत बेहद खराब है। जिससे नौनिहालों की जान खतरे में पड़ सकती है। इसकी पोल उस वक्त खुली जब जिले के अधिकारियों ने सौंपी गई जिम्मेदारी के तहत निरीक्षण किया। कहीं बड़े बड़े खुले में बनाए गए ईंटों के गडढे तांे कहीं खुदे पड़े गडढे जिन पर घास जम आई तो कहीं स्कूल में ऐसे कमरे दिए गए जहां भरपूर गंदगी के साथ उठती तेज बदबू। ऐसे में नौनिहालों का बीमार होना तो लाजिमी है ही साथ ही अगर धोखे में भी कोई बच्चा गडढे में गिर गया तो बरसात के दिनों मूें डूब कर उसकी जान भी जा सकती है।
बताते चलें कि जिले भी में पोषण अभियान चल रहा है। अभियान के तहत विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आंगनबाड़ी केंन्द्रों का निरीक्षण करने के लिए दिया गया है। ऐसे में जब अधिकारी मौके पर जा रहे हैं तो उन्हें खामियां मिल रही है। अगर कहा जाए कि आंगनबाड़ी केंन्द्र बीमार मिल रहे हैं तो कतई गलत नहीं होगा। आंगनबाड़ी केंन्द्र का निरीक्षण करने गए जिला कृषि अधिकारी मंजीत सिंह ने बताया कि बिसवां ब्लाक के लालपुर द्वितीय आंगनबाड़ी केंन्द्र के पास में एक बड़ा सा ईंटों का हौज बना था।
जिसमें पानी भी भरा हुआ था। उन्होंने बताया कि अगर उसमें कोई बच्चा खेलते-खेलते गिर जाए तो निश्चित तौर पर उसकी जान जा सकती है। वहीं भू संरक्षण अधिकारी रजित राम ने बताया कि वह मछरंेहटा ब्लाक के भेलावा आंगनबाड़ी केंन्द्र गए थे जहां पर बनाए गए शौच के सामने बड़ा सा गडढा था जिस पर घास जीम थी अगर कोई बच्चा उसमें गिर जाए तो चोटहिल हो जाएगा । वहीं खैराबाद व शहर परियोजना के सीडीपीओ अनूप कुमार ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय इस्माइलपुर में केंन्द्र चलाने के लिए जो कमरा दिया गया है वह बेहद खराब है। जिसमें गंदगी के साथ साथ भयंकर बदबू उठती है। जिससे बच्चे बीमार पड़ सकते है।