आजकल शादियों का सीजन चल रहा है कई लड़के लड़कियां इस बंधन में बंध रहे हैं, वहीं यह भी सच है कि इस बंधन में बनना ही आवश्यक नहीं होता है बल्कि जीवनभर निभाना भी उतना ही जरूरी होता है। सवाल ये उठता है कि बिना किसी को समझे व जाने जो लोग अरैंज मैरेज के बंधन में बंधते हें उनके जीवन में कई समस्याएं उतपन्न होती हैं, वहीं कई लोग लव मैरेज करके भी खुश नहीं रहते हैं। आए दिन उनके जीवन में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती रहती है जिसकी वजह से उनका वैवाहिक जीवन खुशहाल नहीं रहता है। लेकिन शास्त्रों की मानें तो कई बार न चाहते हुए भी कुछ वजहों से पति और पत्नी के संबंधों में कड़वाहट आती है और घर में कलह की नौबत आ जाती है। कई बार इसकी वजह वास्तु दोष भी होते हैं जिनके बारे में आज हम आपको विस्तृत रूप से बताने जा रहे हैं
वास्तु का जरूर रखें ख्याल
सबसे पहले तो आपको ये बता दें कि अगर आपके घर में ब्रह्म स्थान खुला न हो और ऊंचाई भी कम हो तो ऐसे में इस स्थान पर किसी भारी भरकम चीज का निर्माण किया गया हो तो पति-पत्नी के बीच रिश्तों में हमेशा ही अनबन होते रहता है, वहीं अगर यह स्थान स्वच्छ न हो तो भी कलह होने की संभावना बढ़ जाती है।
बात करें अगर गर्भवती महिलाओं की तो विशेषरूप से दक्षिण-पूर्व दिशा इनके लिए अच्छी नहीं मानी जाती है, कहा जाता है कि यहां सोने से गर्भवती महिलाओं को गहरी नींद नहीं आ पाती और गर्भपात का भी भय बना रहता है। ऐसा होने से दांपत्य जीवन में तनाव पैदा हो सकता है।
अगर आप नव विवाहित जोड़े हैं तो ध्यान रहे कि आपके कमरे में दर्पण नहीं होना चाहिए, क्योंकि कहा जाता है कि दर्पण का होना उनके रिश्ते के लिए अच्छा नहीं है। वहीं अगर ड्रेसिंग टेबल के रूप में दर्पण की आवश्यकता है भी तो इसे उत्तरी या फिर पूर्वी दीवार पर ऐसे लगाएं कि सोते समय इसपर आपका प्रतिबिंब नजर न आए। शास्त्रों में कहा जाता है कि नवविवाहित दंपती के शरीर का जो भी हिस्सा दर्पण में दिखेगा वह पीड़ित हो सकता है।
कोशिश करें कि अपने घर में बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति की नजर सीधे आपके बेड पर नहीं पड़नी चाहिए, माना जाता है कि ऐसा करने से दांपत्य जीवन में कलह बढ़ती है। इसके साथ ही आपके बेडरूम में एक से अधिक दरवाजे नहीं होने चाहिए। उसकी नकारात्मक ऊर्जा आपको जीवन में भी कड़वाहट घोल सकती है। पलंग के नीचे कबाड़ सामान भूलकर भी न रखें।