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रणभूमि-2024 : आजाद भारत का एक चुनाव ऐसा भी जब…लिपस्टिक की छाप से अवैध हो गये हजारों मत

प्रयागराज। देश की आजादी के बाद से अब तक जितने भी लोकसभा चुनाव संपन्न हुए, उसमें प्रमुखता से शामिल है 1984 का आम मतदान। इस दौरान इलाहाबाद के वोटरों ने कांग्रेस उम्मीदवार के प्रति अपने प्रेमपूर्ण भावना का इस कदर इजहार किया कि हजारों मत लिपस्टिक की छाप के चलते अवैध घोषित कर दिये गये।

गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की बाद 1984 में हुए लोकसभा चुनाव में कंाग्रेस के नेतृत्व की जिम्मेदारी राजीव गांधी के कंधे पर आ पडी। पार्टी की नींव को हिलाने के लिए सक्रीय हो उठे विरोधियों के हौसलों को पस्त करने के लिए ऐसे उम्मीदवारों की तलाश थी जो वोटरों को सहज ही अपने पक्ष में करके विरोधियों को जोर का झटका देकर पुराने हिसाबों की बराबरी भी करने में कामयाब हो सके। इस बात को ध्यान में रखकर ही श्री गांधी ने इलाहाबाद संसदीय सीट से फिल्म जगत के सिने सुपर स्टार और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को मैदान में उतार दिया। जो अपने गृह जनपद हर उम्र के लोगों की पहली पसंद में सुमार थे। महानायक के चुनावी रणनीतिकारों में शामिल बनवारी लाल अग्रवाल द्वारा लिखित पंक्तियां उठे है लाखों हाथ, हाथ के ऊपर पंजा, पंजे के है हम सब, हम सबका है पंजा जैसे गीत संगीत ने प्रत्याशी प्रति जनादेश को हवा देकर विरोधियों के मनोबल को गिरा दिया। इसकी चर्चा करते हुए पुराने मतदाता मदन मिश्रा, बसंत लाल आजाद, मुकेश जायसवाल, महेश कुमार गुप्ता, अरूण कुमार श्रीवास्तव ने उस दौर के चुनाव के बारे में जो बताया, उसमें एक बात में समानता दिखी कि प्रयागनगरी की युवा महिला अमिताभ की एक झलक पाने को टकटकी लगाये घंटों तक इंतजार करती रहती थी।

उनकी इसी दीवानगी का नतीजा था कि मतदान के दिन बिग बी की समर्थक तमाम महिला वोटरों ने उन्हें अपना मत देने के बाद मतपत्र को होठों से चूम लिया। इस वजह से काफी संख्या में महिलाओं के लिपिस्टक की छाप मतपत्र में पर पड गई। चुनाव के बाद केपी कॉलेज में तकरीबन 20 घंटे तक चली मतगणना के दौरान कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिह्न हाथ का पंजा पर लिपिस्टक की छाप लगे 9736 मतपत्रों को अलग कर दिया गया। महिला वोटरों के इस कार्य से हैरान परेशान जया बच्चन ने संबंधित मत को निरस्त न करने का अनुरोध करते हुए कहा था कि मतदाता ने स्पष्ट रूप से पंजे पर मुहर लगाई है, लेकिन अतिउत्साह में मतपत्र को चूमने में लिपिस्टक की छाप आ गई है।

इन मतपत्रों को वैध किया जाए। पर रिटर्निंग अफसर ने उनकी आपत्ति को निरस्त करते हुए सभी मतपत्रों को अवैध घोषित किया। इसके बाद भी कांग्रेस प्रत्याशी ने रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करते हुए राजनीति के पुराने खिलाडी दिग्गज प्रत्याशियों में शामिल एनडी तिवारी, हेमवंती नंदन बहुगुणा को चारो खाने चित्त कर दिया।

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