मथुरा । योगी सरकार की सख्ती का असर, फिर मथुरा पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर बदमाश के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसकी 1.25 करोड़ की सम्पत्ति पर कुर्की की कार्यवाही की है। बुधवार क्षेत्राधिकारी महावन ने बताया कि माफिया ने मादक पदार्थों की तस्करी, हत्या और मारपीट जैसी वारदातों को अंजाम देकर अकूत दौलत कमाई थी।
गौरतलब हो कि हिस्ट्रीशीटर गजेंद्र जाट के खिलाफ विभिन्न थानों में 15 मुकदमे दर्ज हैं। गजेंद्र के खिलाफ थाना महावन में एक, बल्देव में 11, थाना नौहझील में एक के अलावा हाथरस के सादाबाद में 2 मुकदमे दर्ज हैं। गजेंद्र के खिलाफ सबसे ज्यादा मुकदमे एनडीपीएस एक्ट और आबकारी अधिनियम के हैं।
मथुरा पुलिस ने जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल के आदेश पर गजेंद्र जाट के खिलाफ संपत्ति कुर्क करने के आदेश 13 मई 2022 को दिए थे। इसके बाद गैंगस्टर एक्ट 14(1) के तहत पुलिस ने गजेंद्र जाट की एक करोड़ 27 लाख 64 हजार 980 रुपए की संपत्ति मंगलवार शाम को कुर्क की। पुलिस ने प्रशासन के साथ मिलकर गजेंद्र जाट की छह संपत्ति कुर्क की। कार्यवाही के दौरान एसडीएम महावन देवेंद्र पाल सिंह, सीओ गोवर्धन रविकांत पाराशर, तहसीलदार महावन अजीत कुमार, नायब तहसीलदार राम गोपाल सिंह, थाना प्रभारी बल्देव नरेंद्र यादव के अलावा कई चौकी प्रभारी और राजस्व के अधिकारी उपस्थित रहे।
क्षेत्राधिकारी महावन ने बताया कि वह गैंग बनाकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था। इससे कमाए गए पैसों से गजेंद्र ने अपनी मां कुसुमा देवी, पिता दिगंबर सिंह के नाम हाथरस के सादाबाद, मथुरा की तहसील मांट, महावन में कृषि भूमि खरीदी। इसके अलावा गांव भरतिया में मकान और स्वीमिंग पुल भी बनवाया था।