आजमगढ़। जनपद के सगड़ी तहसील क्षेत्र में महुला गढ़वल बांध के उत्तरी तरफ बहने वाली घाघरा नदी का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है तो वहीं पर देवारा क्षेत्र में रहने वाले लोगों की धड़कनें भी बढ़ने लगी है। तो घाघरा नदी का पानी बढ़ने के कारण कुछ स्थानों पर जहां महुला गढ़वल बांध के उत्तरी तरफ जाने वाली रास्ता ब्लॉक हो गई है लोग पानी में हल कर आने जाने के लिए मजबूर हैं.
साहड़ीह ढाला मसूरिया डाला पर पुल पुलिया ना होने से रास्ते ब्लॉक है पैदल आने जाने वाले तो पानी में हल कर चले जा रहे हैं लेकिन वहीं पर चार पहिया दोपहिया वाहन वाले लोग या तो हाजीपुर से या तो नैनीजोर से अपने घर बांका बुढननपट्टी साड़ी मसूरिया पुर आदि गांव में जाने के लिए लोग मजबूर हैं महुला गढ़वल बांध के उत्तर तरफ तो आपको बता दें कि कुछ दिन पूर्व बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ क्षेत्र में रियलसल किया गया कि बाढ़ के समय कैसे लोगों को बचाया जाए तो महुला गढ़वाल बांध पर बने रैन बसेरा व शौचालय की मरम्मत के लिए भी जिला प्रशासन ने कमर कसी लेकिन अभी तक महुला गढ़वल बांध पर बने आधा दर्जन रैन बसेरे व शौचालय की हालत बदतर है तो उनकी मरम्मत नहीं हो पाई तो वहीं पर हैदराबाद से लेकर महुला तक महुलला गढ़वल बांध पर सावन की पहली ही बरसात में महला गढ़वल बांध की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है.
जगह-जगह शाही होल है पर बड़े-बड़े रैन कट भी बांध पर बने गए हैं अगर समय से इसकी मरम्मत नहीं हुई तो बाढ़ आने पर महुला गढ़वल बाद को खतरा हो सकता है तो बाढ़ के समय बाढ़ पीडि़तों को आश्रय के लिए जो रैन बसेरा व शौचालय बने हैं इसकी मरम्मत नहीं हुई तो समस्या काफी बढ़ जाएगी बाढ़ से निपटने के लिए सरकार द्वारा करोड़ों करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा है लेकिन फिर भी समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है ऐसा करना बाढ़ क्षेत्र के लोगों का है।