मंडलायुक्त के निर्देशों को पालिका प्रशासन ने दिखाया ठेंगा
काल करने के बाद भी सफाई को नहीं आते कर्मचारी
अतर्रा। कस्बे में इन दिनों सफाई व्यवस्था पूरी तरह से धड़ाम हो गई है। कस्बे की प्रमुख सड़कों से लेकर गलियां तक गंदगी से पटी पड़ी हैं। मंडलायुक्त के निर्देशों को पालिका प्रशासन ने ठेंगा दिखा दिया। आयुक्त के निर्देश पर पालिका प्रशासन द्वारा सफाई व्यवस्था के लिए जारी किए गए मोबाइल नंबर में घंटों काल करने के बाद भी कोई सफाई कर्मी नहीं आता। मोबाइल नंबर केवल औपचारिक नंबर रह गया है। पालिका के सफाई प्रभारी संतोष निगम व सफाई कर्मियों के बीच सफाई व्यवस्था के नाम पर भी भ्रष्टाचार सामने आता दिख रहा है।
कस्बे में इन दिनों सफाई व्यवस्था का दिवालिया निकल गया है। सड़कें और गलियों के साथ नाली-नाला गंदगी से भरे पड़े हैं। गलियां गंदे पानी से भरी होने पर लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। लोग लगातार पालिका प्रशासन को सूचना देते रहे लेकिन जूं तक नहीं रेंगी। कमिश्नर के निर्देश पर सफाई व्यवस्था की समस्याओं के लिए अधिशासी अधिकारी राम सिंह द्वारा जारी किया गया नंबर पर घंटों काल करने के बाद भी पालिका का कोई भी कर्मचारी नहीं उठाता। पालिका के अधिकारियों व कर्मचारियों ने आयुक्त के निर्देश को ठेंगा दिखा दिया। जबकि कस्बे की सफाई के लिए पालिका 142 सफाई कर्मियों की संविदा स्थाई व आउटसोर्सिंग सहित कर्मचारियों की भर्ती किए हुए है। हर माह लाखों रुपए सफाई व्यवस्था के नाम पर वेतन के लिए निकाला जा रहा है। 142 सफाई कर्मियों की फौज के बावजूद कस्बे में गंदगी का अंबार है। उधर, सफाई प्रभारी कर्मचारियों की तैनाती पर लंबा हेरफेर दिखा कर लाखों रुपये हजम कर रहे हैं।