भारतीय जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक फिर से इतिहास रच दिया है। वह पहली बार डायमंग लीग में गोल्ड मेडल जीते हैं। ज्यूरिख में हुए डायमंग लीग फाइनल में उन्होंने 88.44 का ब्रेस्ट थ्रो कर पहले स्थान पर रहे। इससे पहले नीरज ने साल 2017 और 2018 में भी फाइनल के लिए क्वॉलिफाई किया था। वह 2017 में सातवें और 2018 में चौथे स्थान पर थे।
शुरुआत खराब
नीरज की शुरुआत खराब रही और उनका पहला थ्रो फाउल रहा। फिर उन्होंने दूसरे प्रयास में 88.44 मीटर दूर थ्रो करके अन्य थ्रोअर से बढ़त बना ली। वहीं तीसरे प्रयास में 88.00 मीटर, चौथे में 86.11 मीटर, पांचवें में 87.00 मीटर और छठे प्रयास में 83.60 मीटर दूर भाला फेंका
चोट लगने के बाद भी नहीं मानी हार
नीरज चोपड़ा वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में चोटिल हो गए थे। जिसके बाद उन्होंने जुलाई-अगस्त में कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग नहीं लिया। अब उन्होंने वापसी करते हुए डायमंड लीग के फाइनल मे पहुंचने वाले भी भारत के इकलौते खिलाड़ी भी बने थे।
इससे पहले डिस्कस थ्रो में विकास गौड़ा डायमंड लीग मीट के शीर्ष तीन में जगह बनाने वाले इकलौते भारतीय बने थे। वैसे नीरज चोपड़ा के करियर का बेस्ट थ्रो 89.94 मीटर है। यह उन्होंने स्टॉकहोम डायमंड लीग 2022 में रचा था।