ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो ज्ञानवापी परिसर के वजूखाने का बताया जा रहा है। वीडियो में वजूखाने के बीचो बीच स्थित एक ठोस संरचना को हिंदू पक्ष शिवलिंग बता रहा है। वहीं, मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वह शिवलिंग नहीं फव्वारा है।
There is a vajukhana inside the #Gyanvapi.
But more important is, there is a well inside the Vajukhana from where the shivlinga is found.
see they claimed it is fountain not shivlingam. An old video from gyanvapi temple.#ज्ञानवापी_मंदिर#हर_हर_महादेव pic.twitter.com/SUoTZe9oJj
— Political Vaccine??? (@askvaccine) May 17, 2022
बता दें कि हिंदू पक्ष के दावे के आधार पर ही वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत ने उस स्थान को सील करने का आदेश दिया है। साथ ही, महत्वपूर्ण साक्ष्य के तौर पर उसकी सुरक्षा का आदेश पुलिस कमिश्नर, डीएम और CRPF के कमांडेंट को दिया है। ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है. ।
इस संरचना को एक पक्ष शिवलिंग और दूसरा पक्ष फव्वारा बता रहा है।
वादी-प्रतिवादी पक्ष के अपने-अपने दावे
अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने बताया कि वजूखाने में शिवलिंग ही मिला है। इसीलिए हमारी ओर से उसकी सुरक्षा की मांग अदालत से की गई। अदालत ने हमारे अनुरोध को स्वीकार भी कर लिया। वहीं, अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के अधिवक्ता मोहम्मद तौहीद खां के अनुसार वजूखाने में जिसे शिवलिंग बताया जा रहा है वह असल में फव्वारा है। हमें सुनवाई का अवसर दिए बगैर निचली अदालत ने एकपक्षीय आदेश पारित किया है। हम इस आदेश से कतई संतुष्ट नहीं है।
सोशल मीडिया पर अलग-अलग दावे
इस वीडियो की सत्यता का दावा voiceofindia.online नहीं करता है।