बिहार (Bihar) के रोहतास जिले में चोरी का एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. यहां नकली अधिकारी बनकर आए कुछ चोरों ने 3 दिन में 60 फीट लंबे और 500 टन वजनी लोहे के पुल को गायब कर दिया. मजेदार बात तो ये है कि चोरों ने सिंचाई विभाग के कर्मचारियों से ही पुल कटवाया और फिर गाड़ियों में भरकर उसका लोहा चुरा ले गए. ये पूरा कारनामा दिनदहाड़े हुआ और किसी को शक तक नहीं हुआ.
Bihar |60-feet long-abandoned steel bridge stolen by thieves in Rohtas district
Villagers informed some people pretending as mechanical dept officials uprooted bridge using machines like JCB & gas-cutters. We've filed the FIR:Arshad Kamal Shamshi, Junior Engineer,Irrigation dept pic.twitter.com/o4ZWVDkWie
— ANI (@ANI) April 9, 2022
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये पूरा मामला नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर का है. यहां आरा कैनाल नहर पर 1972 के आसपास लोहे का पुल बनाया गया था. इसी फुल को 3 दिन में चोरों ने चालाकी से सिंचाई विभाग के कर्मचारियों से कटवाया और फिर उसका सारा लोहा ट्रकों में भरकर छूमंतर हो गए. इस पुल को कटवाने के लिए बुलडोजर, गैस कटर का भी इस्तेमाल होता रहा.
चोरों ने इतनी चालाकी से इस घटना को अंजाम दिया कि ग्रामीण से लेकर स्थानीय कर्मचारियों को थोड़ा सा भी शक नहीं हुआ. वह सिंचाई विभाग के अधिकारी बनकर गांव पहुंचे और विभागीय आदेश बताकर पुल को कटवाना शुरू कर दिया. इस तरह लगभग 60 फीट लंबा और 12 फीट ऊंचा लोहे का फुल चोरी हो गया. मामला सामने आने के बाद जूनियर इंजीनियर अरशद कमान शम्सी ने बताया कि चोरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी गई है.
ऐसा कहा जाता है कि चोरी करने के लिए भी दिमाग की आवश्यकता होती है. इस घटनाक्रम से यही सामने आता है कि चोरों ने खूब दिमाग लगाया. दरअसल लोहे का पुल जर्जर हो चुका था इसलिए विभाग की तरफ से इसके समानांतर कंक्रीट का एक पुल बना दिया गया था. इसके बाद से ग्रामीण कई बार लोहे का पुल हटवाने का आवेदन कर चुके थे. चोरों ने इसी आवेदन का सहारा लिया और ग्रामीणों ने भी उनकी बात पर विश्वास कर लिया. चोरों ने कहा कि वे आवेदन के बाद विभागीय आदेश पर पुल हटाने आए हैं.