-पुलिस व प्रशासनिक अमले में मच गई खलबली, टॉर्च की रोशनी में देखा प्लांट का कार्य
झांसी । झांसी में विकास कार्यों की जमीनी हकीकत देखने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस व प्रशासनिक अमले में उस समय हड़कंप मचा दिया। जब उन्होंने लक्ष्मी तालाब का निरीक्षण एकाएक छोड़कर बबीना स्थित आरओ प्लांट के निरीक्षण की ओर रुख कर लिया। आनन-फानन में पुलिस व प्रशासन बबीना भागते नजर आए। अंधेरा होने के कारण मुख्यमंत्री को टॉर्च की रोशनी में आरओ प्लांट का निर्माण कार्य दिखाया गया।
हुआ यूं कि शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ झांसी में विकास कार्यों की जमीनी हकीकत से रूबरू होने के लिए शाम 4 बजे झांसी पहुंचे। वहां से वे सीधे सर्किट हाउस जा पहुंचे। वहां करीब 10 से 15 मिनट का समय लेने के बाद उनका काफिला सीधे मंडल आयुक्त के कार्यालय जा पहुंचा। वहां उन्होंने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए विकास कार्यों की समीक्षा की। साथ ही कानून व्यवस्था पर भी चर्चा की। इसके तुरंत बाद वह मेजर ध्यानचंद स्टेडियम स्थित वातानुकूलित जिम्नेजियम हाल का लोकार्पण करने पहुंचे। लोकार्पण करने के बाद उन्होंने मेडिकल कॉलेज के 500 बेडों की स्थिति को देखने के लिए मेडिकल का रुख कर लिया।
मेडिकल के बाद मुख्यमंत्री का कार्यक्रम लक्ष्मी तालाब का निरीक्षण करना था लेकिन हुआ इसके ठीक उलट। मुख्यमंत्री ने अचानक लक्ष्मी तालाब जाने का विचार बदलते हुए बबीना स्थित आरओ प्लांट को देखने की इच्छा जाहिर की। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता मुख्यमंत्री का काफिला बबीना की ओर चल पड़ा। आनन-फानन में थाना बबीना प्रभारी और तमाम प्रशासनिक अमले को दौड़ाया गया। वह किसी तरह मुख्यमंत्री से पहले वहां पर पहुंचकर व्यवस्थाएं संभालते नजर आए। यही नहीं सूर्यास्त हो जाने के चलते अंधेरे में टॉर्च जलाकर मुख्यमंत्री को आरओ प्लांट का निर्माण कार्य दिखाया गया। वहां से उनका काफिला वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के ऐतिहासिक दुर्ग में आयोजित होने वाले लाइट एंड साउंड शो देखने को जा पहुंचा। समाचार लिखे जाने तक वह ऐतिहासिक दुर्ग में थे।