– अब तक 86 शिक्षकों पर बेसिक शिक्षा विभाग ने की है बर्खास्तगी की कार्रवाई
– 84 शिक्षकों पर जिले के अलग-अलग थानों में अब भी दर्ज है मुकदमा
– कूटरचित दस्तावेज के पर नौकरी कर 39 करोड़ 93 लाख 45 हजार 433 रूपये वेतन किया गया है आहरित
गोरखपुर । कूटरचित दस्तावेज के सहारे परिषदीय स्कूल में 12 वर्षों से कार्यरत रही शिक्षिका ममता कुमारी के फर्जी दस्तावेजों की शिकायत पर एसटीएफ की जांच चल रही है। शिकायत पर हो रही जांच में अब शिक्षिका के दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। एसटीएफ ने जांच रिपोर्ट बीएसए कार्यालय को सौंपकर कार्रवाई का निर्देश दिया है। जिसके बाद से विभाग की ओर से शिक्षिका की बर्खास्तगी की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।
भटहट ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय रामपुर बुजुर्ग में कार्यरत सहायक अध्यापक ममता कुमारी के खिलाफ एसटीएफ को कूटरचित दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने की शिकायत मिली थी। जांच के दौरान शिक्षिका की ओर से इस्तेमाल किए गए शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी मिले हैं। इसके बाद ममता कुमारी की बर्खास्तगी तय मानी जा रही है।
86 शिक्षक हो चुके हैं बर्खास्त
कूटरचित दस्तावेजों के सहारे जिले के परिषदीय विद्यालयों में नौकरी हासिल करने वाले 86 शिक्षकों पर बेसिक शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की है। इन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। 84 शिक्षकों पर जिले के अलग-अलग थानों में संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कराया है। इन शिक्षकों ने दशकों तक कूटरचित दस्तावेज के पर नौकरी कर 39 करोड़ 93 लाख 45 हजार 433 रूपये वेतन के रूप में लिए हैं।
बोले बीएसए
बीएसए आरके सिंह ने कहा कि कूटरचित दस्तावेज के सहारे कार्यरत शिक्षिका की जांच रिपोर्ट एसटीएफ की ओर से विभाग को मिली है। शिक्षिका को बर्खास्त किया जाएगा। इसके लिए कार्रवाई चल रही है।