वाराणसी समेत पूरे उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी जैसा मौसम हो सकता है। अभी तक इसका प्रभाव दिल्ली-NCR तक ही था, मगर अब यह पूर्वी इलाकों की ओर तेजी से बढ़ रहा है। ऐसा होने पर हवा की रफ्तार बढ़कर 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है। इसकी शुरूआत वेस्ट यूपी से ही मानी जा रही है। हालांकि, मौसम विज्ञान विभाग की ओर से वाराणसी में इस तरह का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
आज सुबह-सुबह वाराणसी का औसत तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक गया। वहीं, बीते दिन का अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा, काशी में छह किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चल रही है। इस हवा में नमी 43 फीसदी तक बरकरार है। हवा सुबह भले ही कम गति से बह रही हो, मगर दोपहर तक आते-आते इसकी गति बढ़कर 22-25 किमी प्रति घंटे तक चली जाती है।
पूरे सप्ताह भयानक गर्मी और धूप का दौर
जितना हो सके खुद का बचाव करें, नहीं तो वायरल की चपेट में लोग आ सकते हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के मौसम वैज्ञानिक, प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि धूप के साथ धूल भरी आंधी आने की संभावना बन रही है। पूर्वांचल भी पश्चिमी हवा के प्रभाव में आ सकता है।
वाराणसी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) आज 94 अंक पर है। आज शहर में प्रदूषण काफी कम हो गया है। वातावरण की हवा संतुलित से बेहतर ‘संतोषजनक’ स्तर पर आ गई है। वाराणसी शहर में आज का सबसे अधिक प्रदूषित इलाका भेलूपुर रहा, जहां AQI 120 अंक दर्ज किया गया। इसके बाद अर्दली बाजार में 115 अंक, बीएचयू में 92 अंक मापा गया। सबसे प्रदूषित इलाकों मे से एक मलदहिया में मात्र 51 अंक तक प्रदूषण का लेवल दर्ज किया गया।
गंगा का जलस्तर 59.13 मीटर
आज गंगा का जलस्तर 59.17 मीटर पर ही बना हुआ है। मार्च में यह 65 मीटर के आस-पास था। अनुमान है कि मई के बाद गंगा के जलस्तर में काफी कमी दर्ज की जा सकती है।