मेट्रो ट्रैक के भूमिगत सेक्शन का कार्यवाहक प्रबंध निदेशक ने किया शुभारंभ
कानपुर।(आरएनएस ) उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के कार्यवाहक प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि मेट्रो टनल मशीन ‘नाना’ और ‘तात्या’ रोजाना 12 मीटर तक की सुरंग तैयार करेंगी। बड़ा चौराहा से नयागंज के बीच सुरंग बनाने में लगभग 6 माह का वक्त लगेगा।
मेट्रो ट्रैक के भूमिगत सेक्शन का शुभारंभ करने के बाद कार्यवाहक प्रबंध निदेशक ने पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में सर्वाधिक प्रयोग कानपुर मेट्रो परियोजना के लिए हुए हैं और रिकॉर्ड समय में एलिवेटेड ट्रैक तैयार किया गया है। भूमिगत ट्रैक बनाने में 3 से 4 साल तक का वक्त लग जाता है लेकिन कानपुर में 5.5 किलोमीटर का ट्रैक सिर्फ डेढ़ साल में तैयार किया जाएगा। इसके लिए खुदाई से लेकर सुरंग तैयार करने में कई प्रयोग एक साथ किए जा रहे हैं।
सीएसए से बर्रा तक का ट्रैक 2025 में तैयार होगा
सुशील कुमार ने बताया कि पहले 2024 के अंत तक ही सीएससी से बर्रा तक का भी ट्रैक तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन टेंडरिंग में हुई देरी के कारण इसका लक्ष्य 2025 तक निर्धारित किया गया है। वर्ष 2024 में पहले कॉरिडोर का काम खत्म हो जाएगा।
एक साथ बनेगी सुरंग और दीवार
टीबीएम की खास बात ये है कि ये एक साथ सुरंग और इसकी सुरक्षा की दीवार भी बनाती जाती जाएगी। बड़ा चौराहा से नरौना चौराहा (नयागंज मेट्रो स्टेशन) के बीच का टनल 100 से 110 दिन में तैयार हो जाएगा। इन दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी 940 मीटर है। मशीन 24 घंटे में लगभग 10 मीटर तक की पक्की सुरंग बनाएगी। मशीन में रेस्ट रूम से लेकर बाथरूम तक बना हुआ है।
टीबीएम की कुल लंबाई 80 मीटर है। इसका वजन लगभग 450 टन है। इन मशीनों की सहायता से 5.8 मीटर व्यास की टनल का निर्माण होगा।