सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें इंस्पेक्टर ब्रह्मपुरी रमाकांत पचौरी और सौरभ हत्याकांड की मुख्य आरोपित मुस्कान को डांस करते हुए दिखाया गया है. यह वीडियो एआई तकनीक का उपयोग कर बनाया गया है, जिसमें कई आपत्तिजनक सीन जोड़े गए हैं. पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रियांशु नाम के व्यक्ति के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
एसएसआई कर्मवीर की शिकायत पर ब्रह्मपुरी थाने में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने आरोपी प्रियांशु की ईमेल आईडी भी ट्रेस कर ली है और साइबर सेल इस वीडियो को फैलाने वालों की पहचान कर रही है. एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि पुलिस की वर्दी में मौजूद इंस्पेक्टर की छवि खराब करने के प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा.
जेल में मिलने की कोशिश कर रहे दोनों
सूत्रों के अनुसार, साहिल और मुस्कान जेल के अंदर एक-दूसरे से मिलने की कोशिश कर रहे हैं. वे बंदी रक्षकों से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अब तक अनुमति नहीं दी गई है. जेल प्रशासन का कहना है कि मुस्कान से कोई मिलने नहीं आया, जबकि साहिल से उसकी नानी पुष्पा देवी एक बार मुलाकात कर चुकी हैं.
बाहर निकलकर सब सही कर देंगे
सौरभ हत्याकांड के आरोपित मुस्कान और साहिल से जेल में सरकारी अधिवक्ता मिले, जहां दोनों ने अपने वकीलों को मामले की सच्चाई बताने का दावा किया और जल्द से जल्द जमानत दिलाने की गुहार लगाई. दोनों ने कहा कि बाहर निकलकर सबकुछ सही कर देंगे. जेल प्रशासन के अनुसार, अब दोनों नशे की लत से बाहर आ चुके हैं और उन्हें आवश्यक कपड़े भी दिए गए हैं.
सौरभ के परिवार ने लगाए आरोप
सौरभ हत्याकांड में आरोपित साहिल और मुस्कान को जेल में विशेष सुविधाएं दिए जाने के आरोप लग रहे हैं. सौरभ के परिजनों का दावा है कि दोनों को जेल में गिनती काटने के लिए पैसे दिए गए हैं, जिससे उन्हें कोई काम नहीं करना पड़ेगा. परिवार ने प्रशासन से मांग की है कि इन दोनों को पूर्वांचल की जेलों में शिफ्ट किया जाए ताकि वे विशेष सुविधाओं का लाभ न उठा सकें.
साहिल करेगा खेती, मुस्कान सीखेगी सिलाई
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने स्पष्ट किया है कि साहिल और मुस्कान को जेल नियमों के तहत ही रखा जा रहा है. साहिल को सब्जी उगाने का काम दिया गया है, जबकि मुस्कान को सिलाई कार्य सिखाया जाएगा. जेल प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि अन्य कैदी उन पर हमला न करें, इसलिए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं.