उन्नाव में पुलिस विभाग में तैनात अलग-अलग थानों में कार्य में लापरवाही बरतने पर दो दरोगा और एक इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। इसमें एक चौकी इंचार्ज भी शामिल है जिन्हें पहले लाइन हाजिर किया गया था। बाद में उन्हें निलंबित किया। उधर उच्च न्यायालय के मामले में लापरवाही बरतने पर थाने में एसएसआई पद पर तैनात दरोगा को निलंबित कर दिया गया। निलंबन की कार्रवाई में एक इंस्पेक्टर भी शामिल है।
दरोगा ने जुआरियों को छोड़ने के लिए की थी पैसों की मांग
उन्नाव के पुलिस विभाग में पिछले दो माह में कई ऑडियो ओर वीडियो वायरल हो चुके है वायरल मामले में किसी को लाइन हाजिर किया गया तो कोई दरोगा पर निलंबन की कार्रवाई की गई। लगातार कार्रवाई के बावजूद विभाग के कर्मी नही सुधरे। बीते दिनों सदर चौकी इंचार्ज राजेश मिश्रा का एक ऑडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने जुआरियों को छोड़ने के लिए पैसों की मांग। मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो एसपी ने जांच कराई ओर प्रथमदृष्टया संलिप्तता पाए जाने पर लाइन हाजिर कर दिया गया। बाद में चौकी इंचार्ज सदर राजेश मिश्रा को एसपी दिनेश त्रिपाठी ने निलंबित कर दिया।
हसनगंज थाना में एसएसआई पद पर तैनात सुधाकर सिंह को एक मामले में तय समय में बेल में काउंटर दाखिल न करने पर लापरवाही पाए जाने पर न्यायालय ने एसपी उन्नाव दिनेश त्रिपाठी को आज तलब किया है। लापरवाही पर एसएसआई को एसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। क्षेत्राधिकारी को मामले की जांच सौंपी है।
जांच में लापरवाही बरतने के मामले में इंस्पेक्टर किए गए सस्पेंड
अपराध शाखा में तैनात इंस्पेक्टर सुनील सिंह अचलगंज के एक प्रकरण में जांच कर रहे थे। जांच में उन्होंने साक्ष्यों के आधार पर विधिक कार्यवाही की। लेकिन उन्नाव के अफसरों को उनकी कार्यशैली समझ नही आई और विवेचना में लापरवाही बरतने के मामले में चार दिन पूर्व निलंबन का आदेश जारी कर लाइन में आमद कराकर पालन कराने के निर्दश दिए है। एक ही सप्ताह में तीन दरोगा, इंस्पेक्टर पर सस्पेंशन की कार्रवाई होने से पुलिस विभाग में थोड़ी खलबली जरूर मची हुई है।