मूत्र रोग बार-बार पेशाब आना, पेशाब में जलन, पेशाब का रंग खराब होना, पेशाब में झाग आना या पेशाब का रुक जाना ये सभी एक गंभीर बीमारी के लक्षण हैं। किसी विशेषज्ञ से तुरंत सलाह लेनी चाहिए।
मूत्र संबंधी समस्याएं: पेशाब में झाग का दिखना सामान्य माना जाता है, लेकिन कभी-कभी यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी दे सकता है। तो आइए जानें कि पेशाब में झाग क्यों बनता है और इसके संभावित कारण क्या हैं। पेशाब का रंग हल्का या गहरा पीला होता है। यह रंग आपके आहार या किसी बीमारी या कुछ दवाओं के कारण हो सकता है। कुछ लोगों के पेशाब में अक्सर झाग भी पाया जाता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। जब पेशाब में झाग आता है तो उसे बादल या झागदार पेशाब कहते हैं।
मूत्र में झाग का दिखना आमतौर पर मूत्राशय की सूजन का संकेत है। इस स्थिति में पेशाब आपके ब्लैडर पर दबाव डालता है। लेकिन इसके पीछे और भी कई कारण हो सकते हैं। तो आइए जानें कि पेशाब में झाग आने का क्या मतलब होता है और ऐसा होने पर आपको क्या करना चाहिए।
ये लक्षण मूत्र में झाग की उपस्थिति के साथ होते हैं : पेशाब के पूरी तरह से आने के कारण झाग होता है। लेकिन अगर आपके पेशाब में झाग बहुत ज्यादा आता है और समय के साथ बढ़ता जाता है, तो यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। तो अगर आपको भी पेशाब में झाग दिखाई देता है तो इसके साथ कुछ अन्य लक्षणों पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है। ये लक्षण किसी गंभीर बीमारी का संकेत दे सकते हैं। जिसका आप समय रहते इलाज कर सकते हैं।
हाथ, पैर, चेहरे और पेट में सूजन किडनी खराब होने का संकेत हो सकता है:
– थकान
– भूख न लगना
– जी मिचलाना
– उल्टी
– नींद संबंधी विकार
– कम पेशाब
– बादल छाए रहना
– गहरा मूत्र
झागदार मूत्र के कारण : जब आप पेशाब को ज्यादा देर तक रोक कर रखते हैं और फिर अचानक से पेशाब कर देते हैं तो ज्यादा जोर के कारण पेशाब में झाग आने लगता है। लेकिन यह झाग कुछ ही देर में साफ हो जाता है। कभी-कभी झाग का बनना मूत्र में प्रोटीन की बढ़ी हुई मात्रा का संकेत देता है। पेशाब में मौजूद यह प्रोटीन हवा के संपर्क में आने पर झाग बनाता है।
पेशाब में झाग आने के और भी कई कारण हो सकते हैं:
निर्जलीकरण: जब कोई व्यक्ति निर्जलित हो जाता है, तो उसके मूत्र का रंग बहुत गहरा और गाढ़ा दिखाई देता है। पानी के कम सेवन से पेशाब में प्रोटीन पतला नहीं हो पाता है। प्रोटीन में ऐसे गुण होते हैं जो मूत्र से गुजरने पर उसमें झाग पैदा करते हैं। यदि किसी व्यक्ति के हाइड्रेटेड रहने के बाद भी पेशाब में झाग दिखाई दे तो यह किडनी की बीमारी का लक्षण हो सकता है।
यदि किसी व्यक्ति के पेशाब में लगातार झाग आता है तो यह प्रोटीनमेह का संकेत देता है। जो किडनी की बीमारी का शुरुआती लक्षण है।
मधुमेह: शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने के कारण एल्ब्यूमिन उच्च स्तर पर किडनी में भी जाता है। जिससे पेशाब में झाग आने लगता है। ये लक्षण टाइप 2 मधुमेह के रोगियों में भी देखे जाते हैं ।
– धुंधली दृष्टि
– शुष्क मुँह
– लगातार प्यास
– बार-बार पेशाब आना
– भूख
– त्वचा में खुजली
अगर आपको पेशाब में झाग दिखाई दे तो क्या करें:इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपके पेशाब की जांच करेंगे। जिसमें आपके पेशाब में मौजूद प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा डॉक्टर पेशाब में मौजूद प्रोटीन की तुलना क्रिएटिनिन से भी करते हैं। यदि मूत्र में प्रोटीन क्रिएटिनिन से अधिक है तो गुर्दे की बीमारी का संकेत दिया जाता है।