जयपुर । फलोदी जिले से बर्ड फ्लू की खबरें आ रहीं है। खीचन गांव में मृत पाई गई कुरजां में बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हुई है। विसरा के सैंपल 19 दिसंबर को मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित हाई सिक्योरिटी एनीमल डिजीज लैब में भेजे गए थे। 21 दिसंबर को जांच रिपोर्ट में वायरस की पुष्टि हुई है।
वायरस की पुष्टि ने स्थानीय प्रशासन और वन विभाग के भीतर चिंता पैदा कर दी है, क्योंकि यह वायरस अन्य पक्षी प्रजातियों के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है। अब तक खीचन क्षेत्र में संक्रमण के कारण सात सारसों की मौत हो चुकी है।
पशुपालन विभाग ने त्वरित प्रतिक्रिया टीम (रैपिड रिस्पांस टीम) का गठन किया है और वन विभाग ने निगरानी एवं सर्वेक्षण दल तैनात किए हैं। उन क्षेत्रों में सतर्क निगरानी की जा रही है, जहां सारस आराम करते हैं और घूमते हैं। स्थानीय अधिकारियों ने भी लोगों से अपील की है कि वे सारसों के प्रवास वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।