– वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई पुलिस
– दबिश के दौरान मां-बहन ने किया पुलिस पर हमला
– शातिर ने छज्जे से लटककर खाकी को धमकाया भी
कानपुर। सिर्फ 27 बरस की उम्र में 30 से ज्यादा मुकदमों की फेहरिस्त। आपराधिक इतिहास ऐसा कि बड़े-बड़े को पंगा लेने से पहले तमाम मर्तबा सोचना पड़ता है। अपना-दल की रैली में हमला करने के बाद फरार अजय ठाकुर को करीब एक साल पहले दिल्ली से गिरफ्तार किया गया तो जमानत के बाद जिला-बदर कर दिया गया था, बावजूद वह चोरी-चुपके शहर में दुबका था। पुलिस की निगरानी कमजोर हुई तो गर्लफ्रेंड के साथ घूमना-फिरना भी शुरू कर दिया। वादा किया कि माशूका का जन्मदिन धूमधाम से मनाएंगे। गर्लफ्रेंड को इंप्रेस करने की गलती ठाकुर को भारी पड़ गई और फिर सलाखों के पीछे पहुंच गया। इस मर्तबा अपराध में साथ देने के कारण उसकी मम्मी और बहन भी अपराधी बन गई हैं।
दबिश हुई तो ठाकुर के घर से बरसे पत्थर
कुख्यात अजय ठाकुर को उम्मीद नहीं थी कि गर्लफ्रेंड के जन्मदिन का धमाल उसे भारी पड़ेगा, लिहाजा वह जरौली फेस-1 में अपने घर में निश्चिंत होकर बैठा था। बर्रा थाने की पुलिस मंगलवार दोपहर अजय ठाकुर के घर पहुंची तो वह खाकी वर्दी को देखकर अंदर दुबक गया। उसकी मां-बहन ने पहले तो बरगलाया कि वह घर में नहीं है, लेकिन पुलिस ने तलाशी लेने का इरादा जताया तो अभद्रता करते हुए दोनों ने पुलिस से हाथापाई करना शुरू कर दिया। पुलिस टीम ने दोनों को काबू में किया तो अजय ठाकुर ने मकान की छत से ईंट-पत्थर चलाना शुरू कर दिया। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो छज्जे से लटककर आत्महत्या करने की धमकी देने लगा। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए ठाकुर को दबोच लिया, इस दौरान उसने खुद के सिर में ईंट मारकर लहूलुहान कर लिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद प्राथमिक उपचार के बाद जेल भेज दिया।
19 नवंबर को किया गया था जिला-बदर
हिस्ट्रीशीटर अजय ठाकुर उर्फ अजय सिंह के खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में 30 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। कई मामलों में गंभीर धाराएं होने के कारण अजय ठाकुर के ऊपर इसी साल के शुरुआत में इनाम भी घोषित किया गया था। फरवरी में गिरफ्तारी के बाद जमानत मिलने पर 22 अक्तूबर को ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर की कोर्ट ने अजय ठाकुर को छह माह के लिए जिला बदर किया था। पुलिस ने आदेश 19 नवंबर को तामील कराया था। सूत्रों के मुताबिक, अजय कुछ सप्ताह शहर से बाहर रहा, फिर चोरी-चुपके घर लौट आया। अलबत्ता गुमनाम जिंदगी के कारण पुलिस को उसके शहर में मौजूद होने की भनक नहीं लगी। सोमवार को गर्लफ्रेंड के जन्मदिन पर काली गाड़ियों के काफिले के साथ हूटर बजाता हुए अजय ने दक्षिण शहर की परिक्रमा लगाई तो निगाह में चढ़ गया।
रील बनाई और इंस्ट्राग्राम पर अपलोड
बगैर नंबर की काली गाड़ियों के काफिले में अजय अपनी माशूका के साथ सबसे आगे वाली स्कार्पियो में बैठा नजर आया है। इस दौरान उसकी गर्लफ्रेंड वीडियो बनाने वाले की ओर हाथ हिलाते हुए हंसते नजर आई थी। अजय ने निरालानगर ग्राउंड में गाड़ियों के काफिले के साथ स्टंट की रील बनाईं और अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड कर दिया। मामला संज्ञान में आने पर मंगलवार को बर्रा पुलिस की टीम अजय ठाकुर के घर पहुंची थी। डीसीपी साउथ/क्राइम आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि, पुलिस टीम पर हमला करने के जुर्म में अजय ठाकुर की मां महालक्ष्मी व बहन अंजली के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों ने महिला एसआई सुनीता यादव और हेड कांस्टेबल प्रतिमा सिंह के साथ हाथापाई करते हुए गाली-गलौच किया था। अजय ठाकुर पर पुलिस टीम पर हमला, आत्महत्या की कोशिश करने समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है।