Breaking News

कालिंदी के साथ हरकत की तफ्तीश : 20 दिन गुजरे, मोबाइल नंबरों पर अटकी जांच

जिस वक्त सिलेंडर ट्रैक पर रखा गया, उस एरिया में एक्टिव थे 48 हजार मोबाइल नंबर

पुलिस ने सौ से अधिक संदिग्धों की कुंडली खंगाली, पांच सौ से ज्यादा घरों की कुंडी खटखटाई

कानपुर। कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश की जांच 20 दिन बीत बाद मोबाइल नंबरों पर अटक गई। जिस वक्त सिलेंडर ट्रैक पर रखा गया, उस एरिया में करीब 48 हजार मोबाइल नंबर एक्टिव थे। अब तक पुलिस ने पांच सौ से ज्यादा घरों में दस्तक देकर सिलेंडर की जानकारी जुटायी। सौ से अधिक संदिग्धों की कुंडली खंगाल डाली लेकिन साजिशकर्ता हाथ नहीं लगे।

डीसीपी पश्चिम राजेश कुमार ने बताया कि ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखने वालों को पकड़ने के लिये कई टीमें कई शहरों तक गयी हैं लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा है। अभी तक चालीस हजार मोबाइल नम्बरों को ट्रैस किया जिसमें से एक हजार से ज्यादा संदिग्ध नंबर मिले लेकिन हादसे को अंजाम देने वालों का पता नहीं चल सका है। डीसीपी ने बताया कि जांच जारी है सभी घटनाओं में क्या सिमलेरिटी है और घटना वाले दिन से लेकर तीन दिन पहले तक ट्रैक के आसपास कौन लोग आते जाते रहे, इसकी जानकारी भी जुटायी जा रही है।

8 सितंबर की रात अनवरगंज-कासगंज रूट पर कालिंदी एक्सप्रेस से सिलेंडर टकराया था। रेलवे ट्रैक से पेट्रोल बम और बारूद भी बरामद हुआ था। पुलिस और एजेंसियां ट्रेन को सिलेंडर से उड़ाने की साजिश मानकर जांच कर रही हैं। राजेश कुमार सिंह ने कहा- एक टीम को सर्विलांस जांच पर लगाया गया था। वारदात जहां हुई, उसके ठीक बगल से कानपुर अलीगढ़ हाईवे गुजरता है। जब टावर लोकेशन से एक्टिव मोबाइल नंबर देखे गए, तो वारदात से 1 घंटे पहले और 1 घंटे बाद तक मूवमेंट में करीब 48 हजार मोबाइल नंबर सामने आए। इसमें उन लोगों के नंबर भी शामिल हैं, जो ट्रेन में यात्रा कर रहे थे। उन्होंने बताया- जब इन नंबरों को ट्रेस किया गया तो सभी 3 शहरों तक गए। दिल्ली, आगरा और अलीगढ़। इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने ट्रैक पर सिलेंडर रखा था।

पुष्पक एक्सप्रेस के सामने ट्रैक पर मिला सिलेंडर

कानपुर। ट्रेनों को बेपटरी करने की तमाम साजिशें सामने आ रही है। अब एक बार फिर कानपुर में ट्रेन के आगे सिलेंडर रखकर पलटाने का प्रयास किया गया। जिसके बाद पुष्पक एक्सप्रेस के लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी। लोको पायलट की सूझबूझ से रेल दुर्घटना की बड़ी साजिश नाकाम हो गयी।  जिससे बड़ा हादसा टल गया। जानकारी के अनुसार मुंबई से लखनऊ जा रही पुष्पक एक्सप्रेस के रूट पर रविवार तड़के फायर एक्सटिंग्विशर सिलेंडर मिला है। लोको पायलट ने इसकी सूचना रेलवे अधिकारियों को दी, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हो गई है। इससे पहले इसी रूट पर 16 अगस्त की रात को भीमसेन स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस बोल्डर से टकरा कर पटरी से उतर गई थी, जबकि आठ सितंबर को कानपुर कासगंज रूट पर कालिंदी एक्सप्रेस के आगे भरा हुआ एलपीजी सिलेंडर रखा गया था। पिछले शनिवार को कानपुर फतेहपुर रेलवे लाइन पर प्रेमपुर स्टेशन की लूप लाइन पर 5 लीटर क्षमता का खाली एलपीजी सिलेंडर मिल चुका है।

Check Also

गोंडा में छह माह के भीतर बच्ची की हत्या के दोषी को सजा-ए-मौत, ये है पूरा मामला

गोंडा । जिले की एक अदालत ने एक बच्ची की हत्या के दोषी को छह …