नई दिल्ली । नए साल की शुरुआत उत्तर भारत और मध्यभारत में शीत लहर के साथ हुई। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक लोग कंपकपाती ठंड से परेशान हैं लेकिन आने वाले दो दिनों तक शीत लहर से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और बिहार समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में सर्दी का सितम अगले दो दिनों तक ऐसे ही जारी रहने की संभावना है।
बुधवार को दिल्ली में सुबह कोहरा छाया रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 239 के साथ ‘खराब’ श्रेणी में रहा। न्यूनतम तापमान 8.05 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 18 डिग्री के करीब रहा। मौसम विभाग के अनुसार, चार जनवरी से पश्चिमी विक्षोभ के कारण हल्की बारिश और तापमान में और गिरावट की संभावना है।
वहीं, बर्फबारी से थमे पहाड़
हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी ने ठंड का सितम बढ़ा दिया है। ताबो में पारा-17 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। शिमला और मनाली जैसे पर्यटन स्थलों में हल्की धूप के बावजूद ठंड ने लोगों को कांपने पर मजबूर कर दिया है। बर्फबारी के कारण कई राज्यमार्ग और सड़कों पर आवाजाही ठप है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण 5 औऱ 6 जनवरी को बारिश के आसारमौसम विभाग की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने बताया कि आने वाले चार दिनों में पश्चिमी विक्षोभ का अनुमान लगाया जा रहा है। यह पश्चिमी विक्षोभ गुरुवार से सक्रिय हो सकता है। इसके कारण 5 और 6 जनवरी को पहाड़ी इलाकों में विशेषकर जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी की संभावना जता रहे है। इस प्रभाव का असर मैदानी इलाकों में भी दिखाई देगा। इस दौरान उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब में बारिश हो सकती है। इसके कारण अगले 3-5 दिनों में पूर्व, मध्य और उत्तर भारत में तापमान बढ़ सकता है। सोमा सेन ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
न्यूनतम तापमान 3-5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना
मौसम विभाग ने उत्तर पश्चिम भारत में अगले 5 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना जताई है।
पूर्वी भारत में अगले 3 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा और उसके बाद 2-4 डिग्री सेल्सियस बढ़ने की संभावना है।
महाराष्ट्र क्षेत्र में अगले 3 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा।
इसके साथ मध्य भारत और गुजरात राज्य में अगले 5 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है।