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वाराणसी: स्पेशल टास्क फोर्स ने शातिर असलहा तस्कर को पांच पिस्टल के साथ दबोचा

-आरोपी मुॅगेर बिहार से अवैध पिस्टल लाकर बेचता था

वाराणसी,  (हि.स.)। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की वाराणसी इकाई ने शुक्रवार को अन्तर्राज्यीय स्तर पर असलहे की तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्य को 0.32 बोर की 05 पिस्टल, 09 मैगजीन के साथ सारनाथ रेलवे स्टेशन के बाहर से दबोच लिया।

गिरफ्तार तस्कर लक्ष्मीपुर खोरी थाना बरहज जनपद देवरिया निवासी संग्राम सिंह पुत्र इन्द्रासन सिंह उत्तर प्रदेश एवं बिहार के विभिन्न असलहा तस्करों को अवैध पिस्टल बेच चुका है।

एसटीएफ टीम के स्थानीय अफसरों के अनुसार अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध असलहों की तस्करी करने वालेे गिरोह के सदस्यों के सक्रिय होने की जानकारी मिल रही थी। इसके बाद स्थानीय फील्ड इकाई ने तस्करों को गिरफ्तार करने के लिए अभिसूचना संकलन शुरू कर दिया। सटीक जानकारी पर टीम ने निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में तस्कर को गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में आरोपी तस्कर संग्राम सिंह ने बताया कि पढ़ाई के दौरान ही उसकी मुलाकात कटवार थाना शिवपुर सकरा जनपद सिवान बिहार निवासी मैनेजर सिंह (अब मृत) से हुई। इसके बाद वह मुंगेर बिहार से अवैध पिस्टल लाकर मैनेजर सिंह के साथ बेचने लगा। संग्राम ने बताया कि मैनेजर सिंह के साथ मुंगेरके रहने वाले सिड्डू नाम के व्यक्ति से 3 पिस्टल लेकर आया और उसे बेंच दिया। उस समय एक पिस्टल 06 हजार रुपये में मिलती थी। कुछ समय बाद करीब 10 पिस्टल लाया और देवरिया तथा आस पास के क्षेत्रों में 15 हजार के रेट से बेच दिया। संग्राम के अनुसार मुंगेर से बहुत कम मात्रा में अवैध असलहा मिलता था। इसलिए अन्य दूसरे असलहा तस्करों की तलाश करने लगा। इसी दौरान एक शादी समारोह में इसकी मुलाकात राणा प्रताप सिंह से हुई।

आरोपित राणा ने बताया कि वह खण्डवा मध्य प्रदेश से अवैध पिस्टल की तस्करी करता है। राणा प्रताप सिंह मूल रुप से जनपद मऊ का रहने वाला था, वह कस्बा थाना रसडा जनपद बलिया में कमरा लेकर रहता था। कुछ समय बाद वह राणा प्रताप के साथ खण्डवा गया। वहां जगत सरदार नाम के असलहा तस्कर से उसकी मुलाकात हुई। जगत सरदार से जुड़ने के बाद से वह अब तक काफी असलहा लाकर उत्तर प्रदेश एवं बिहार के विभिन्न असलहा तस्करों को बेच चुका है। वर्ष 2011 में थाना कोतवाली जनपद देवरिया से आर्म्स एक्ट में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद फिर से असलहा तस्करी का काम करने लगा था।

एसटीएफ के अफसरों के अनुसार तस्कर के खिलाफ आर्म्स एक्ट का मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

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