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उर्वरक की कालाबाजारी रोकने के लिए अंतरराज्यीय सीमा पर बढ़ेगी निगरानी, जानिए क्या है प्लान

मीरजापुर (हि.स.)। कृषकों को उनकी जोत व कृषि भूमि के आधार पर उर्वरक उपलब्ध कराने के दृष्टिगत कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को जिलाधिकारी दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में उर्वरक समीक्षा समिति की बैठक हुई। बैठक में उर्वरक की समय व्यवस्था, उर्वरक ओवर रेंटिंग, उर्वरक की अद्यतन रिपोर्ट, अंतरराज्यीय सीमा पर सतत निगरानी करने के साथ पीओएस मशीन से उर्वरक वितरण कराने पर चर्चा हुई।

जिलाधिकारी ने कहा कि खरीफ फसल की बुआई-रोपाई के दृष्टिगत कृषकों को निर्धारित दर पर उनकी जोत के अनुसार गुणवत्तापूर्ण उर्वरक उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। जिला कृषि अधिकारी पवन प्रजापति व एआर कोआपरेटिव को निर्देशित किया कि उर्वरकों के जमाखोरी, कालाबाजारी पर कड़ी निगरानी रख कृषकों को निर्धारित दर पर खाद उपलब्ध कराई जाए। कालाबाजारी व तस्करी पर प्रभावी रोक लगाने के दृष्टिगत अंतरराज्यीय सीमा पर सतत निगरानी की जाए। शिकायत पर सम्बन्धित के विरूद्ध कार्रवाई की जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि डिमांड के अनुसार उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए, ताकि किसानों को आसानी से उर्वरक उपलब्ध हो सके। इस अवसर पर जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस ने उर्वरक वितरण के लिए पीओएस मशीन का शुभारम्भ भी किया।

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